कृषि विधेयकों पर बोले कृषि सुधारों के सुझाव पैरों तले दबाकर बैठे थे वही लोग जो आज हंगामा कर रहे है : PM मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को एक बार फिर बिहार में इंफ्रास्ट्रक्चर और परियोजनाओं को लेकर बड़ी घोषणाएं की हैं. इस दौरान पीएम ने संसद में पास हुए किसान विधेयक को लेकर भी अहम बातें कहीं.
पीएम ने अपने भाषण में कहा कि ‘कल देश की संसद ने, देश के किसानों को नए अधिकार देने वाले बहुत ही ऐतिहासिक कानूनों को पारित किया है. मैं देश के लोगों को, देश के किसानों, देश के उज्ज्वल भविष्य के आशावान लोगों को भी इसके लिए बहुत-बहुत बधाई देता हूं. ये सुधार 21वीं सदी के भारत की जरूरत हैं.’ पीएम ने इन विधेयकों को लेकर उठे हंगामे का जिक्र करते हुए विपक्ष पर हमला भी बोला.
उन्होंने कहा कि अब देश के किसान, बड़े-बड़े स्टोरहाउस में, कोल्ड स्टोरेज में इनका आसानी से भंडारण कर पाएंगे। जब भंडारण से जुड़ी कानूनी दिक्कतें दूर होंगी तो हमारे देश में कोल्ड स्टोरेज का भी नेटवर्क और विकसित होगा, उसका और विस्तार होगा। उन्होंने कहा कि कृषि मंडियों के कार्यालयों को ठीक करने के लिए, वहां का कंप्यूटराइजेशन कराने के लिए, पिछले 5-6 साल से देश में बहुत बड़ा अभियान चल रहा है। इसलिए जो ये कहता है कि नए कृषि सुधारों के बाद कृषि मंडियां समाप्त हो जाएंगी, तो वो किसानों से सरासर झूठ बोल रहा है।
बिधायको पर बात करते हुए उन्होंने कहा की कृषि सुधर योजना से किसानो को आजादी प्राप्त कराये ! किसान किसी को भी कभी भी किसी भी जगह अपने अनाज और फसल को बेच सकता है ! जहा उन्हें जयदा लाभ हो वो वही अपने अनाज और फसल बेच सकते है बिना किसी शर्तो के उन्हें कोई मनाही नहीं रहेगा ! पीएम ने कहा कि ‘हमारे देश में अब तक उपज बिक्री की जो व्यवस्था चली आ रही थी, जो कानून थे, उसने किसानों के हाथ-पांव बांधे हुए थे. इन कानूनों की आड़ में देश में ऐसे ताकतवर गिरोह पैदा हो गए थे, जो किसानों की मजबूरी का फायदा उठा रहे थे. आखिर ये कब तक चलता रहता?’